ALGORITHM AND PROGRAMMING DEVELOPMENT || CONCEPT OF PROGRAMMING USING C LANGUAGE || POLYTECHNIC 2ND SEMESTER IN HINDI


        

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज(Computer Programming Language)

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बहुत सारे निर्देशों (इंस्ट्रक्शन) का सेट है जिसका प्रयोग कंप्यूटर पर कुछ विशेष कार्य करने या किसी प्रॉब्लम के सोल्यूशन प्राप्त करने के लिए अथवा कंप्यूटर से बात कम्युनिकेट करने के लिए किया जाता है। कंप्यूटर द्वारा इंस्ट्रक्शन को एग्जीक्यूट किया जाता है और इंस्ट्रक्शन के अनुसार कंप्यूटर किसी प्रॉब्लम को सॉल्व कर करता है। कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो बाइनरी सिस्टम पर आधारित है। कंप्यूटर ह्यूमन लैंग्वेज नहीं समझता है। कंप्यूटर से कार्य करने के लिए यह कंप्यूटर को कुछ समझने के लिए एक माध्यम एक लैंग्वेज जो कंप्यूटर और यूजर समझ सके डेवलप किया गया है जिसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कहते हैं। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एक माध्यम है जिसका उपयोग हम कंप्यूटर को कुछ समझने कंप्यूटर से कम्युनिकेट करने के लिए करते हैं। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज अनेक प्रकार की कीवर्ड, वैरियेबल्स, आईडेंटीफायर्स, ऑपरेटर सिंबल्स और इंस्ट्रक्शन के सेट से बनते हैं।

Computer Programming Language Programming language is a set of instructions which are used to perform some specific tasks on the computer or to get the solution to a problem or to communicate with the computer.  Instructions are executed by the computer and according to the instructions the computer solves a problem.  Computer is an electronic machine which is based on binary system.  Computer does not understand human language.  To work with a computer, it is a medium to make the computer understand something. A language that the computer and the user can understand has been developed, which is called programming language.  Programming language is a medium that we use to communicate with the computer to understand something.  Programming languages ​​are made up of a variety of keywords, variables, identifiers, operator symbols, and instruction sets.

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा के प्रकार (Types of Programming Language)

          (a) निम्न स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा (Low Level Programming                      Language)

      (b) उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा  (High Lever Programming                    Language)

      (a)  निम्न स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा को दो भागों में विभाजित किया जा सकता            है।

     1.  मशीनी भाषा(Machine Language) : कंप्यूटर बाइनरी सिस्टम पर आधारित डाटा केवल बाइनरी भाषा 0 और 1 ही समझता है। इसे ही मशीन लैंग्वेज  भी कहते हैं। यह प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का सबसे lowest लेवल है। प्रोग्राम जो हाई लेवल लैंग्वेज में लिखे जाते हैं। पहले असेंबली या मशीन लैंग्वेज में ट्रांसलेट होते हैं। उसके बाद एग्जीक्यूट होते हैं। सभी सीपीयू का अपना यूनिक मशीन लैंग्वेज होता है। मशीन लैंग्वेज को कंप्यूटर द्वारा आसानी से एग्जीक्यूट कराया जा सकता है। मशीन लैंग्वेज में बाइनरी नंबर 0 से 1 का प्रयोग किया जाता है। 0 सिंबल इलेक्ट्रॉनिक पल्स के absence को show करता है। सिंबल 1 इलेक्ट्रॉनिक पल्स की presence को show करता है। कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक पल्स को रिकॉग्नाइज करता है। इसलिए मशीन लैंग्वेज को समझ पाता है। मशीन लैंग्वेज हमेशा ही मशीन डिपेंडेंट होता है।

Computer data based on binary system: Computer understands only binary language zero and one.  This is also called machine language .  This is the lowest level of programming language.  Programs that are written in high level languages.  First translated into assembly or machine language.  After that they are executed by  All CPUs have their own unique machine language.  Machine language can be easily executed by computers.  The binary number zero and one is used in machine language.  Symbol ‘ 0’ shows the absence of an electronic pulse . Symbol 1 shows the presence of an electronic pulse.  The computer recognizes the electronic pulse.  Therefore one can understand machine language.  Machine language is always machine dependent.

    2.  असेंबली लैंग्वेज (Assembly Language) : असेंबली लैंग्वेज एक प्रकार का लो लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जो एक विशेष प्रकार की प्रोसेसर के लिए डिजाइन किया जाता है। असेंबली लैंग्वेज को असेंबलर की सहायता से मशीन लैंग्वेज में बदल जाता है। असेंबली लैंग्वेज प्रयोग और समझने में मशीन लैंग्वेज से आसान है। विभिन्न प्रकार के सीपीयू के लिए मशीनी भाषा और असेंबली भाषा अलग-अलग होते हैं। इसलिए किसी एक सीपीयू के लिए डिजाइन किया गया। असेंबली लैंग्वेज दूसरे सीपीयू पर रन नहीं हो सकता है। असेंबली लैंग्वेज में सिंबल का प्रयोग किया जाता है जो समझने में आसान होता है। असेंबली लैंग्वेज में लिखो प्रोग्राम के error को आसानी से दूर कर सकते हैं तथा मोडिफाइड कर सकते हैं।

Assembly language is a type of low level programming language which is designed for a particular type of processor.  Assembly language is converted into machine language with the help of assembler.  Assembly language is easier to use and understand than machine language.  Machine language and assembly language differ for different types of CPUs.  Therefore designed for a single CPU.  Assembly language cannot run on other CPUs.  Symbols are used in assembly languages which is easy to understand.  Programs written in assembly language can easily correct errors and modify them.

  (b) ऊंचे स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा(High Level Programming Language): हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एक प्रकार का यूजर फ्रेंडली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है या कंप्यूटर हार्डवेयर और आर्किटेक्चर पर डिपेंड नहीं होता है या समझने में सबसे आसान होता है तथा आसानी से इसको मोडिफाइड किया जा सकता है। हाई लेवल, लैंग्वेज, कंप्यूटर, ऑपरेटर और प्रोग्रामर के प्रयोग करने के लिए डिजाइन किया गया है। हाई लेवल लैंग्वेज में सेंटेंस, इंग्लिश, अल्फाबेट, अर्थमैटिक, एक्सप्रेशन, कॉमन, नंबर इत्यादि का प्रयोग किया जाता है जैसे c,c++,java,php, visual basic  इत्यादि हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है।

हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज दो प्रकार के होते हैं

(i)तीसरी पीढ़ी के प्रोग्रामिंग भाषा (Third Generation Programming Language)

(ii)फोर्थ जनरेशन प्रोग्रामिंग भाषा (Fourth Generation Programming Language)

High level programming language is a type of user friendly programming language or does not depend on computer hardware and architecture or is the easiest to understand and can be easily modified.  Designed for high level, language, computer, operator and programmer use.  Syntax, English alphabet, Arithmetic expression, Number etc. are used in high level language. like c, c++, java, php, visual basic etc. are high level programming languages.

There are two type of high level language:

(i)           Third Generation Programming Language)

(ii)        Fourth Generation Programming Language)

   (i) थर्ड जनरेशन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (Third Generation Programming Language) : थर्ड जनरेशन लैंग्वेज एक प्रकार का हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जो असेंबली लैंग्वेज से ऊपर और 4th जनरेशन लैंग्वेज से नीचे का लैंग्वेज है या एक यूजर फ्रेंडली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। थ्री जेनरेशन सबसे पहले सन 1950, 1 में डेवलप किया गया। थ्री जनरेशन लैंग्वेज में इंग्लिश अल्फाबेट सिंबल और डिजिट का प्रयोग किया जाता है। 3rd जनरेशन लैंग्वेज को ही आगे मॉडिफाई करके 4th जनरेशन लैंग्वेज में बदल दिया गया जो आजकल सभी प्रोग्रामर के द्वारा प्रयोग किया जा रहा है। ट्रांसलेटर के द्वारा थर्ड जनरेशन लैंग्वेज को ऑब्जेक्ट कोड में ट्रांसलेट किया जाता है।थर्ड जनरेशन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के example: FORTRAN, BASIC,COBOL,PASCAL, PROLOG इत्यादि थर्ड जनरेशन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के उदाहरण है।

Third Generation Language is a type of high level programming language which is above assembly language and below 4th generation language or a user friendly programming language.  The third generation was first developed in 1950.  English alphabet symbols and digits are used in three generation language.  The 3rd generation language was further modified into the 4th generation language which is being used by all programmers nowadays.  Third generation language is translated into object code through translator. Examples of Third Generation Programming Languages: Basic, COBOL, Pascal Pro, Log are examples of third generation programming languages.

(ii) फोर्थ जनरेशन प्रोग्रामिंग(Fourth Generation Programming Language): फोर्थ जनरेशन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एक बहुत ही यूजर फ्रेंडली कंप्यूटर लैंग्वेज है जो पोर्टेबल और मशीन इंडिपेंडेंस लैंग्वेज है। इसे आसानी से समझा जा सकता है तथा मॉडिफाई किया जा सकता है। आजकल की अधिकांश सॉफ्टवेयर को डेवलप करने में 4th जेनरेशन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का use किया जाता है। फोर्थ जनरेशन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज किसी भी सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में overall effort और time को बचाता है। फोर्थ जनरेशन लैंग्वेज में इंग्लिश English alphabet ,syntax का प्रयोग किया जाता है। जैसे – java, php, visual basic फोर्थ जनरेशन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है।

Fourth Generation Programming Language :Fourth Generation Programming Language is a very user friendly computer language which is portable and machine independence language.  It can be easily understood and modified.  Nowadays, 4th generation programming language is used to develop most of the software.  Fourth generation programming languages ​​save overall effort and time in any software development.  English alphabet ,syntax is used in fourth generation language.  Like Java PHP, Visual Basic is fourth generation programming language.

 

 

 

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